Monday, April 16, 2012

बिहार को एडीबी देगा 1000 करोड़ कर्ज


एशियन डेवलपमेंट बैंक (एडीबी) बिहार में बहुत बड़ी आबादी को आज भी पीने का स्वच्छ पानी और साफ-सफाई की दयनीय स्थिति को लेकर चिंतित है। बैंक राज्य की इस स्थिति में सुधार के लिए करीब 1000 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता देगा। एडीबी ने बिहार की राजधानी पटना और राज्य के चार अन्य बड़े शहरों भागलपुर, दरभंगा, मुजफ्फरपुर और गया में पेयजल आपूर्ति, गंदे नालों और स्वच्छता की स्थिति का अध्ययन कराया है। इस अध्ययन रिपोर्ट के मुताबिक राज्य में पिछले कुछ सालों में आर्थिक हालात सुधरने के बावजूद यहां के शहरों में पेयजल आपूर्ति और साफ-सफाई को 2021 तक राष्ट्रीय स्तर पर लाने के लिए 3,420 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता जरूरत होगी। हालांकि केंद्र और बिहार सरकार ने इसके लिए 340 करोड़ रुपये की योजना तैयार की है। एडीबी के दक्षिण एशिया विभाग के डायरेक्टर जनरल सुल्तान हफीज रहमान के मुताबिक बिहार की बड़ी आबादी को आज भी पीने के लिए स्वच्छ पानी मयस्सर नहीं हो रहा है। गंदा जल पीने के कारण ग्रामीण इलाकों के बच्चे और गरीब मजदूर जल जनित बीमारियों से तो पीडि़त हो ही रहे हैं, शहरों में रहने वाली बड़ी आबादी भी शुद्ध पेयजल से वंचित है। ऐसे हालात पेयजल आपूर्ति और सीवेज सिस्टम के रखरखाव की खराब स्थिति और पूंजी निवेश की कमी की वजह से हैं। एडीबी की रिपोर्ट के मुताबिक भागलपुर के 81 फीसदी घरों में पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था है लेकिन यहां दिन में मात्र चार से पांच घंटे ही पानी की आपूर्ति हो रही है। कर्ज की इस राशि से बिहार पेयजल आपूर्ति और साफ सफाई के क्षेत्र में इस कमी को पूरा कर सकेगा। कर्ज की पहली दो किस्तों का इस्तेमाल भागलपुर, तीसरी किस्त से दरभंगा और गया तथा चौथी से मुजफ्फरपुर की खराब पेयजलापूर्ति पाइपलाइनों का निर्माण, नए वाटर पंपों की स्थापना और वाटर ट्रीटमेंट प्लांट लगाए जाएंगे। एक शहर में यह पूरा काम किसी एक ही एजेंसी से होगा।

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