Monday, April 16, 2012

कारों की बिक्री 20 लाख के पार


भारत में कार बिक्री में बढ़ोतरी 2011-12 के दौरान पिछले दो साल में भले ही कम रही हो, लेकिन वह कार उत्पादन के लिहाज से विश्र्व में पांचवें नंबर पर है। यह बात सामने आई है सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सियाम) की रिपोर्ट में। सियाम के अध्यक्ष एस शांडिल्य ने कहा कि यह पहला मौका है जब देश में कारों की बिक्री का सालाना आंकड़ा 20 लाख को पार कर गया। वाहन उद्योग के शीर्ष संगठन सियाम द्वारा मंगलवार को जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक भारत में वर्ष 2011-12 के दौरान कुल 20,16,115 कारों की बिक्री हुई। यह पिछले साल के मुकाबले महज 2.19 फीसदी अधिक है। वित्त वर्ष 2010-11 के दौरान 19,72,845 कारों की बिक्री हुई थी। वित्त वर्ष की आखिरी तिमाही विशेष तौर पर मार्च में कारों की बिक्री बढ़ी। बजट से पहले हुई खरीद से बिक्री की दर में कुछ सुधार हुआ है। मार्च में कारों की बिक्री 19.66 फीसदी बढ़ी। इस दौरान 2,29,866 कारें बिकीं। वित्त वर्ष 2008-09 के दौरान जब वैश्विक वित्तीय संकट का दौर शुरू हुआ था तब भारत में कारों की बिक्री सिर्फ 1.4 फीसदी बढ़ी थी। उसके बाद 2009-10 के दौरान यह 25 फीसदी और 2010-11 के दौरान 29 फीसद बढ़ी।शांडिल्य ने कहा कि आरबीआइ से ब्याज दरों में कमी के संकेत और आर्थिक विकास दर करीब 7.5 से आठ फीसदी रहने की उम्मीद के बीच चालू वित्त वर्ष में कारों की बिक्री 10-12 और दोपहिया वाहनों की 11 से 13 फीसद बढ़ने का अनुमान है। वित्त वर्ष 2011-12 के दौरान देश में एक करोड़ 96 हजार मोटरसाइकिलों की बिक्री हुई। 2010-11 में यह संख्या 90 लाख 13 हजार 888 थी। 2011-12 के दौरान देश में कुल एक करोड़ 34 लाख 35 हजार 769 दोपहिया वाहनों की बिक्री हुई जो पिछले साल के मुकाबले 14.16 फीसदी अधिक है। 2010-11 में एक करोड़ 17 लाख 68 हजार 991 दोपहिया वाहन बिके थे। 2011-12 में वाणिज्यिक वाहनों के बिक्री में 18.2 फीसदी की बढ़ोतरी हुई और इस दौरान 8,09,532 वाहनों की बिक्री हुई। इस खंड में 2012-13 के दौरान करीब नौ से 11 फीसदी बढ़ोतरी का अनुमान है।

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