भारतीय खाद्य निगम के आंकड़ों के अनुसार केंद्रीय पूल में चावल और गेहूं का कुल भंडार 4.41 करोड़ टन इसमें 2.88 करोड़ टन चावल और 1.53 करोड़ टन गेहूं का स्टाक नियमों के अनुसार केंद्रीय पूल में 2.12 करोड़ टन अनाज होना जरूरी
नई दिल्ली (एजेंसी)। सरकार के पास गेहूं, चावल का कुल 4.41 करोड़ टन का भंडार है, जो कि जरूरी बफर स्टॉक की तुलना में दोगुने से भी अधिक है। भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के आंकड़ों के मुताबिक एक अप्रैल को केंद्रीय पूल में चावल और गेहूं का कुल भंडार 4.41 करोड़ टन पर था, जबकि नियम के मुताबिक इस तिथि को केन्द्रीय पूल में 2.12 करोड़ टन अनाज होना जरूरी है। एक अप्रैल 2011 को 1.42 करोड़ टन के बफर स्टॉक नियमों के ऊपर भारतीय खाद्य निगम और राज्य सरकार की एजेंसियों के गोदामों में कुल मिलाकर 2.88 करोड़ टन चावल का भंडार उपलब्ध था।इसी प्रकार 70 लाख टन गेहूं के बफर स्टॉक नियम के समक्ष केन्द्र सरकार के गोदामों में 1.53 करोड़ टन गेहूं का भंडार उपलब्ध था। सरकारी गोदामों में उपलब्ध गेहूं चावल के जरूरत से अधिक भंडार से खुले बाजार में इन दोनों खाद्यान्नों के दाम नियंत्रित रखने में मदद मिलेगी। हाल ही में कृषि लागत और मूल्य आयोग ने कृषि मंत्रालय से गेहूं और चावल के निर्यात की अनुमति देने की सिफारिश की है। सरकार ने गेहूं के निर्यात पर 2007 में और गैर-बासमती चावल के निर्यात पर अप्रैल 2008 में पाबंदी लगा दी थी। हालांकि, सरकार ने बेहतर गुणवत्ता वाले बासमती चावल के निर्यात की अनुमति दे दी है। केंद्रीय कृषि मंत्रालय के तीसरे अनुमान के मुताबिक चालू फसल वर्ष (जुलाई-जून) में 8.42 करोड़ टन गेहूं और 9.41 करोड़ टन चावल उत्पादन का अनुमान है। इससे पिछले फसल वर्ष में 8 करोड़ टन गेहूं का उत्पादन हुआ था।
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