नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो : सरकार ने तेल कंपनियों को पेट्रोल कीमत तय करने का हक क्या दिया, वे जनता पर मूल्य वृद्धि का बोझ डालने का कोई भी मौका चूक रही हैं। कच्चे तेल (क्रूड) की कीमतों में बढ़ोतरी का हवाला देकर सरकारी तेल कंपनी भारत पेट्रोलियम ने पेट्रोल की कीमत में 2.96 रुपये प्रति लीटर की वृद्धि की घोषणा की है,जो मंगलवार आधी रात से लागू हो गई है। इंडियन ऑयल और हिंदुस्तान पेट्रोलियम बुधवार को वृद्धि का एलान कर सकती हैं। संप्रग सरकार ने 25 जून, 2010 को पेट्रोल कीमत तय करने का अधिकार सरकारी तेल कंपनियों को दिया था। उसके बाद यह छठा मौका है, जब पेट््रोल कीमतें बढ़ी हैं। उस समय दिल्ली में पेट्रोल 47.90 रुपये प्रति लीटर था, जो अब 55.87 रुपये लीटर हो जाएगा। इस तरह छह माह में पेट्रोल 7.60 रुपये लीटर महंगा हुआ है। इतनी वृद्धि गत तीन वर्षो में नहीं हुई है। पेट्रोलियम मंत्रालय के सूत्रों ने बताया हाल के हफ्तों में क्रूड महंगा होकर 90 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया है। अभी तेल कंपनियों को 4.25 रुपये लीटर का घाटा हो रहा था। ऐसे में वे पूरी कीमत वसूलना चाह रही थीं, लेकिन मंत्रालय ने पूरी कीमत वसूलने की इजाजत नहीं दी है। तेल कंपनियों को डीजल पर भी 5.40 रुपये प्रति लीटर का घाटा हो रहा है। इस बारे में फैसले के लिए 22 दिसंबर, 2010 को मंत्रियों की अधिकार प्राप्त समूह की बैठक में होगा।
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