खाद्य उत्पादों की महंगाई अब सरकार को परेशान करने लगी है। थोक मूल्यों पर आधारित खाद्य उत्पादों की महंगाई दर के पंद्रह प्रतिशत के करीब पहुंचते ही प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने गुरुवार को कीमतों पर मंत्रिमंडलीय समिति की बैठक कर खाद्य उत्पादों की कीमतों की समीक्षा की। कीमतों को काबू में रखने की कड़ी मशक्कत के बावजूद महंगाई की दर हफ्ते दर हफ्ते बढ़ती जा रही है। इस सप्ताह भी खाद्य उत्पादों की महंगाई की दर 2.31 प्रतिशत बढ़कर 14.44 प्रतिशत पर पहुंच गई है। इसे देखते हुए कीमतों पर मंत्रिमंडलीय समिति ने फल, अंडा, मीट, मछली, दूध और सब्जियों की ऊंची कीमतों पर चिंता जताई। बाजार में प्याज की आपूर्ति और दामों को लेकर भी बैठक में चर्चा हुई। इसके अलावा अनाज की उपलब्धता पर भी समिति ने विचार किया। उधर, बढ़ती महंगाई के भय से कैबिनेट ने सामान्य उपभोक्ताओं के लिए राशन की दुकानों से मिलने वाले रियायती दर के गेहूं और चावल की कीमत में वृद्धि के प्रस्ताव पर कोई फैसला टाल दिया। इस प्रस्ताव पर कैबिनेट अक्टूबर के बाद से लगातार चर्चा कर रहा है। पिछले सप्ताह महंगाई दर 12.13 प्रतिशत पर थी। खुदरा बाजार में रोजमर्रा के उपयोग वाली वस्तुओं की बढ़ी कीमतों ने महंगाई दर को 10 महीने के उच्चतम स्तर पर ला दिया है। यह लगातार पांचवां सप्ताह है जब महंगाई में वृद्धि दर्ज हुई है। इस वृद्धि ने जहां एक तरफ जनता का बजट लड़खड़ा दिया है, वहीं बढ़ती महंगाई को नियंत्रित करने के लिए रिजर्व बैंक नए साल में प्रमुख नीतिगत दरों में बढ़ोतरी की पहल भी कर सकता है। इसी बीच वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने कहा कि बढ़ती महंगाई सरकार के लिए चिंता की बात है। संवाददाताओं से बातचीत में मुखर्जी ने कहा कि हम महंगाई को गंभीरता से ले रहे हैं। जहां तक प्याज का सवाल है सरकार ने इसकी कीमतें घटाने के उपाय किए हैं। मगर दूध, फलों, सब्जियों और अन्य जिंसों की कीमतों में घट-बढ़ का असर महंगाई पर दिख रहा है। उन्होंने चालू वित्त वर्ष के अंत तक महंगाई दर के 6.5 प्रतिशत के इर्द-गिर्द आने की उम्मीद जताई है। वाणिज्य मंत्रालय ने गुरुवार को महंगाई के ताजे आंकड़े जारी किए हैं। सालाना आधार पर प्याज सबसे ज्यादा 39.66 प्रतिशत महंगा हुआ। फल 21.97 प्रतिशत, दूध 17.75 प्रतिशत और अंडा-मीट व मछली में भी 20.34 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। सब्जियां के दाम में 29.26 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। वहीं, आलू, गेहूं और दालों की कीमतें कम हुई हैं। साप्ताहिक आधार पर पोल्ट्री चिकन 18 प्रतिशत, फल-सब्जियों और मूंग में तीन-तीन प्रतिशत की वृद्धि हुई है। बाजरा और ज्वार भी एक-एक प्रतिशत महंगा हुआ है। हालांकि, अरहर और मसूर के दाम घटे हैं।
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