आर्थिक विकास के मामले में दुनिया पहले से भारत का लोहा मान रही थी। अब मैन्युफैक्चरिंग में भी भारत दुनिया के दस दिग्गज देशों में शुमार हो गया है। संयुक्त राष्ट्र औद्योगिक विकास संगठन (यूनिडो) के मुताबिक अपनी मजबूत आर्थिक वृद्धि के चलते ही भारत यह कारनामा कर पाया है। यूनिडो ने कहा है कि वर्ष 2010 में भारत और दूसरी प्रमुख उभरती अर्थव्यवस्थाओं ब्राजील और चीन ने आर्थिक वृद्धि की दृष्टि से बेहतर प्रदर्शन किया है। इन सभी देशों का मैन्युफैक्चरिंग मूल्यवर्धन पिछले साल 10 प्रतिशत से ज्यादा बढ़ा है। संयुक्त राष्ट्र की इस एजेंसी द्वारा जारी औद्योगिक सांख्यिकी 2011 आंकड़ों के अनुसार, तीनों देशों की दुनिया के विनिर्माण उत्पादन में हिस्सेदारी बढ़कर 32 प्रतिशत पर पहुंच गई है, जो 10 बरस पहले 20 फीसदी ही था। यूनिडो ने कहा है कि ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र तेजी से वैश्विक संकट के असर से उबर रहा है। चीन को छोड़कर विकासशील देशों में भारत कपड़ा, रसायन उत्पाद, मूल धातुओं, सामान्य मशीनरी एवं उपकरण और इलेक्टि्रकल मशीनरी उत्पादन में सबसे आगे रहा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत ने मोटर वाहन उत्पादन में ब्राजील को पीछे छोड़ दिया है। विकासशील देशों में मोटर वाहन उत्पादन में भारत दूसरे स्थान पर है। जबकि पहले स्थान पर मेक्सिको है। वहीं दूसरी ओर एशियाई प्रतिद्वंद्वी थाइलैंड, मलेशिया और फिलिपींस इलेक्ट्रॉनिक्स सामान मसलन कंप्यूटर और कार्यालय उपकरणों के उत्पादन में आगे है। मैन्युफैक्चरिंग मूल्यवर्धन के मामले में विकासशील देश विकसित देशों से आगे रहे हैं। वर्ष 2010 में जहां विकसित देशों का मैन्युफैक्चरिंग मूल्यवर्धन 3.4 फीसदी रहा, वहीं विकासशील देशों में इसमें 9.4 फीसदी की तेजी दर्ज की गई। रिपोर्ट में कहा गया है कि विकासशील देशों की तेजी ने ग्लोबल औद्योगिक वृद्धि में अहम भूमिका निभाई है।
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