Thursday, February 3, 2011

तेल कंपनियों को और मिले 8,000 करोड़ रुपये


सरकार ने चालू वित्त वर्ष में तेल विपणन कंपनियों को और 8,000 करोड़ रुपये देने का फैसला किया है। सब्सिडी पर पेट्रो उत्पादों की बिक्री से कंपनियों को हुए नुकसान की इससे भरपाई हो पाएगी। पेट्रोलियम मंत्री एस जयपाल रेड्डी ने कहा है कि वित्त मंत्रालय से और राशि की मांग की जाएगी। हालांकि यह चौथी तिमाही के नतीजों पर निर्भर करेगा कि कितनी राशि की तेल कंपनियों को जरूरत होगी। तेल कंपनियों ने नुकसान की भरपाई के लिए वित्त मंत्रालय से 10 हजार करोड़ रुपये की मांग की थी। मगर वित्त मंत्रालय ने सोमवार को इन्हें चालू वित्त वर्ष के लिए और आठ हजार करोड़ रुपये देने का फैसला किया। इसके तहत सबसे बड़ी तेल विपणन कंपनी इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन को 4,442.25 करोड़ रुपये, भारत पेट्रोलियम को 1,809.85 करोड़ और हिंदुस्तान पेट्रोलियम को 1,747.70 करोड़ रुपये मिलेंगे। इससे पहले सरकार चालू वित्त वर्ष में कंपनियों को 13,000 हजार करोड़ रुपये की नकदी नुकसान की भरपाई के लिए दे चुकी है। लागत से कम कीमत पर डीजल, रसोई गैस और मिट्टी तेल की बिक्री से इन कंपनियों को राजस्व का काफी नुकसान उठाना पड़ता है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम 90 डॉलर प्रति बैरल के पार जाने के बाद तेल कंपनियों का नुकसान भी बढ़ गया है। सरकार द्वारा तय दाम पर पेट्रो उत्पादों की बिक्री से इन कंपनियों को चालू वित्त वर्ष 2010-11 में 73,000 करोड़ रुपये का नुकसान होने का अनुमान है। जबकि अप्रैल-दिसंबर के नौ महीनों में इन्हें 47,000 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है। इन्हें हुए नुकसान की भरपाई का एक तिहाई हिस्सा ओएनजीसी, ऑयल इंडिया और गेल करती हैं। इस नौ महीने में इन कंपनियों ने 15,000 हजार करोड़ का भुगतान किया है।



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