विश्व बैंक बिहार को कुल 4,500 करोड़ रुपये का कर्ज देने पर राजी हो गया है। बैंक ने बुधवार को कोसी आपदा पीडि़तों के लिए एक हजार करोड़ रुपये के कर्ज को लेकर सहमति पत्र पर हस्ताक्षर भी कर दिए। इस मौके पर विश्व बैंक के अध्यक्ष रॉबर्ट जोएलिक और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उपस्थित रहे। जोएलिक ने कहा कि यह बिहार के साथ विश्व बैंक के नए रिश्ते का आगाज है। आने वाले समय में विश्व बैंक बिहार की कई क्षेत्रों में मदद करेगा। उन्होंने कहा कि बिहार कोसी रिकवरी प्रोजेक्ट के तहत बुधवार को जिस एक हजार करोड़ रुपये के कर्ज के सहमति पत्र पर हस्ताक्षर हुए, वह पहला चरण है। इससे कोसी आपदा में जिन लोगों के घर ध्वस्त हो गए, उनमें से एक लाख लोगों को घर बनाने के लिए राशि दी जाएगी। इसी तरह कोसी की धार से टूटी 290 किमी सड़कों और 90 पुल-पुलियों को दुरुस्त किया जाएगा। इससे 22 लाख लोगों को सीधा फायदा होगा। सहमति पत्र पर हस्ताक्षर के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि विश्व बैंक की यह सहायता कोसी के आपदा पीडि़तों के पुनर्वास के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम है। लाखों लोग कोसी के कहर में बेघर हो गए थे। हम उन्हें प्रति घर के हिसाब 55 हजार रुपये की राशि उपलब्ध कराएंगे। उन्होंने कहा कि विश्व बैंक के अध्यक्ष से उन्होंने नदियों को जोड़ने, गांवों को सड़क से जोड़ने, आंगनबाड़ी केंद्रों के भवन निर्माण, शहरी विकास व पंचायती राज संस्थाओं को सशक्त करने के मुद्दे पर बात की है। इस दौरान विश्व बैंक के कंट्री हेड रोबर्टो जागा, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, योजना मंत्री नरेंद्र नारायण यादव और इंटरनेशनल फाइनेंस कॉरपोरेशन के उपाध्यक्ष रशाद कलदानी भी मौजूद रहे।
No comments:
Post a Comment