प्याज में फिर से एक खेल हो गया है। अब आपको 35 रुपये किलो नहीं, बल्कि 37 रुपये किलो प्याज मिलने की संभावना है। वह भी नेफेड के चुनिंदा स्टॉलों पर। मदर डेयरी काउंटर पर तो सोमवार को भी प्याज का भाव 50 रुपये किलो रहा। मदर डेयरी और नेफेड के भावों में इस अंतर को लेकर कोई भी अधिकारी बोलने को तैयार नहीं है। नेफेड के चेयरमैन बिजेंद्र सिंह बताते हैं कि सोमवार को कैबिनेट कमेटी ऑन प्राइज की बैठक हुई। इसमें नेफेड के अधिकारियों ने भी हिस्सा लिया था। बैठक में निर्णय लिया गया कि दिल्ली में 42 रुपये किलो के भाव में आने वाले प्याज पर सरकार 20 फीसदी की सब्सिडी देगी न कि 10 रुपये की। उन्होंने बताया कि पहले दिल्ली को 1300 टन प्याज भेजा जाना था। अब 31 जनवरी तक 6000 टन प्याज केंद्र सरकार भेजेगी। अभी गुजरात व नासिक मंडी में कालाबाजारियों के विरुद्ध छापेमारी जारी है, जिससे मंडी के प्याज व्यापारी हड़ताल पर हैं। यह प्याज अगले सप्ताह से मिलना शुरू होगा। इसके बाद जितनी चाहें उतना प्याज मदर डेयरी, केंद्रीय भंडार नेफेड से ले सकते हैं। इससे पहले 10 रुपये की सब्सिडी देने से हम मदर डेयरी, केंद्रीय भंडार और नेफेड के काउंटरों को 32 रुपये किलो में प्याज बेचते। इसे वह परिवहन खर्च और श्रम जोड़कर 35 रुपये किलो में बेचते। अब 42 रुपये पर 20 फीसदी की छूट से प्याज 37 रुपये किलो तक बिकने की संभावना है। हालांकि सोमवार को नेफेड के सभी छह काउंटरों पर प्याज 35 रुपये किलो बिका, लेकिन मंगलवार से नए मूल्य तय होंगे। सोमवार को केंद्र सरकार ने 65 टन प्याज दिल्ली भेजी। आने वाले दिनों में आवक बढ़ने की उम्मीद है। जहां तक सोमवार को मदर डेयरी पर 50 रुपये किलो प्याज बिकने की बात है तो इस बारे में भारत सरकार या मदर डेयरी कार्रवाई करते हुए राजधानीवासियों को राहत दें। नेफेड ने मदर डेयरी, केंद्रीय भंडार के अधिकारियों को पहले ही सूचित कर दिया था कि जितना चाहे उतना प्याज लो और नेफेड द्वारा तय मूल्यों पर बिक्री करो। उन्होंने यह भी कहा कि अगर नेफेड के काउंटरों पर तय मूल्य से अधिक दामों पर प्याज बिकेगा तो ऐसा करने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उधर आजादपुर मंडी में प्याज का थोक भाव सोमवार को 43 रुपये से 17.5 रुपये किलो रहा और फुटकर में में प्याज का भाव 60 रुपये से 70 रुपये किलो रहा।
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