पाकिस्तान से और चार हजार टन प्याज आने का रास्ता साफ हो गया है। प्रधानमंत्री युसूफ रजा गिलानी ने व्यापारियों को चार जनवरी से पहले किए गए अनुबंध के तहत भारत को प्याज का निर्यात करने की अनुमति दे दी है। पाकिस्तान ने चार जनवरी को सड़क मार्ग से भारत को प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था। जबकि इस समय तक दिए गए ऑर्डर के लिए भारतीय व्यापारी भुगतान कर चुके हैं। सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री का यह निर्देश वाणिज्य मंत्रालय को भेज दिया गया है। यह निर्देश केवल उन्हीं ऑर्डरों पर लागू होगा जिसे प्रतिबंध लगाए जाने से पहले पाकिस्तानी व्यापारियों द्वारा अंतिम रूप दिया गया था। व्यापारियों का कहना है कि इस समय तक चार हजार टन प्याज निर्यात का अनुबंध हो चुका था। सूत्रों के मुताबिक सड़क मार्ग से भारत को प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध कायम रहेगा। पाकिस्तानी अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने घरेलू बाजार में कीमतों में स्थिरता लाने के लिए प्रतिबंध लगाया है। दिसंबर के मध्य से प्याज निर्यात शुरू होने के बाद से इस जिंस की कीमत बढ़ गई है। पाकिस्तानी व्यापारियों ने प्रतिबंध का विरोध किया है। उनका कहना है कि बाकी देशों को बिक्री बगैर किसी बाधा के जारी है। पाकिस्तान के सबसे घनी आबादी वाले पंजाब प्रांत के व्यापारियों ने कहा कि कराची बंदरगाह से श्रीलंका, मलेशिया, इंडोनेशिया, दुबई और भारत के मुंबई बंदरगाह पर प्याज भेजा जा रहा है। वाघा सीमा के रास्ते निर्यात को रोकना भेदभाव की तरह होगा।
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