Sunday, January 30, 2011

खाद्य उत्पादों से आगे पहुंची महंगाई की आग


महंगाई की आग के सामने जो भी आ रहा है, सब झुलसता जा रहा है। प्याज, टमाटर जैसी सब्जियों के बाद दाल और तेल भी इसकी चपेट में आ गए हैं। बने बनाए उत्पादों में बिस्कुट वगैरह भी महंगे होने लगे हैं। खाद्य उत्पादों के बाहर वाहनों व ईधन के दाम तो बढ़ ही चुके हैं। रोजमर्रा के साबुन, केश तेल, शैंपू जैसे उत्पाद भी इसकी लपटों में घिर गए हैं। टीवी, फ्रिज, एयर कंडीशनर (एसी) जैसे टिकाऊ उपभोक्ता सामान भी महंगाई की जद में हैं। कर्ज महंगे होने से आम लोगों पर किस्त का बोझ भी बढ़ता जा रहा है।
दाल व तेल के दाम
शाकाहारी लोगों के लिए प्रोटीन का बड़ा स्त्रोत अरहर दाल पर महंगाई का रंग चढ़ने लगा है। पाले के कारण फसलों को नुकसान के चलते पिछले कुछ हफ्तों में अरहर दाल के भाव में तेज बढ़ोतरी हुई है। थोक और खुदरा दोनों तरह के बाजारों में यह इजाफा देखने को मिला है। खुदरा बाजार में इसके दाम 65 रुपये से बढ़कर 80 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गए हैं। यही हाल खाद्य तेलों का भी हो रहा है। सरकारी आंकड़े दिखाते हैं कि इस समय खुदरा बाजार में मूंगफली का तेल 135 रुपये, सूरजमुखी तेल 110 रुपये, सोयातेल 83 रुपये और सरसों तेल 78 रुपये प्रति लीटर तक पहुंच गया है। एक महीने के भीतर इनके दामों में 10 से 20 रुपये की बढ़ोतरी हुई है। प्रमुख ग्लोबल क्रेडिट रेटिंग एजेंसी फिच की मानें तो इस साल तेल के दाम और ऊपर जाएंगे।
रोजमर्रा के सामान
देश की दिग्गज एफएमसीजी उत्पाद निर्माता हिंदुस्तान यूनीलीवर (एचयूएल) भी अपने तेल, साबुन, शैंपू और खाद्य उत्पादों के दामों में बढ़ोतरी करने जा रही है। कीमतों में यह वृद्धि पांच फीसदी के आसपास रहेगी। वहीं उपभोक्ता सामान बनाने वाली गोदरेज कंज्यूमर एक बार फिर अपने साबुन के दाम बढ़ाएगी। कंपनी ने कच्चे माल की महंगाई का बोझ ग्राहकों पर डालने का फैसला किया है। कंपनी नए साल की शुरुआत में ही साबुन के दामों में 5 फीसदी तक इजाफा किया था। ब्रिटानिया जैसी कई कंपनियां पहले ही बिस्कुटों के दामों में इजाफा करने का एलान कर चुकी हैं। केश तेल बनाने वाली मैरिको अपने उत्पादों के दाम नौ प्रतिशत तक बढ़ाएगी। कंपनी पैराशूट और निहार ब्रांड से नारियल तेल की बिक्री करती है। नारियल तेल के लिए प्रमुख कच्चा माल नारियल की कीमतें अक्टूबर-दिसंबर, 2010 की तिमाही में 62 प्रतिशत तक बढ़ गई। पिछली बार कंपनी ने दिसंबर में इन ब्रांडों के दाम बढ़ाए थे। चालू वित्त वर्ष में कंपनी अभी तक इनकी कीमतें करीब 24 फीसदी तक बढ़ा चुकी है।
टिकाऊ उपभोक्ता उत्पाद
जापानी इलेक्टॉनिक्स कंपनी हिताची ने अपने एसी, टीवी जैसे होम अप्लायंसेज के दामों में 4 फीसदी तक की बढ़ोतरी कर दी है। इस क्षेत्र की अन्य कंपनियां भी गरमी के पहले एसी, फ्रिज वगैरह के दाम बढ़ाने जा रही हैं।
महंगे हो जाएंगे मकान
बनाने की बढ़ती लागत और मांग व आपूर्ति के बीच भारी खाई को देखते हुए इस साल देश में लोगों को एक मकान खरीदने के लिए अधिक रकम खर्च करनी होगी। रीयल एस्टेट बाजार पर नजर रखने वाली फर्म ट्रैक2रीयल्टी की सर्वे रिपोर्ट का तो यही कहना है। इसके मुताबिक मकान तलाश रहे करीब 70 प्रतिशत लोग यह मानते हैं। फर्म ने यह सर्वे दिल्ली, चंडीगढ़, मुंबई, पुणे, कोलकाता, व इलाहाबाद समेत 10 प्रमुख भारतीय शहरों में कराया था। इस सर्वे में ज्यादातर ब्रोकरों व प्रॉपर्टी एजेंटों ने कहा कि मांग व आपूर्ति के बीच भारी अंतर और लागत बढ़ने से इस साल कीमतें ऊंची बनी रहेंगी।



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