Saturday, January 15, 2011

पर्यटन में होगा मोटा निवेश

गुजरात में औद्योगिक विकास के साथ-साथ पर्यटन क्षेत्र में निवेश के लिए भी देश-विदेश की कई कंपनियां आगे आई हैं। उन्होंने राज्य के पर्यटन क्षेत्र में 75,000 करोड़ रुपये के निवेश का वादा किया है। गुजरात के पर्यटन मंत्री जयनारायण व्यास ने कहा कि पर्यटन क्षेत्र में निवेश के लिए 580 कंपनियों ने अपने प्रस्ताव दिए हैं। ये प्रस्ताव राज्य में चार और पांच सितारा होटल खोलने, समुद्रतटीय पर्यटक स्थलों को विकसित करने और धार्मिक व व्यावसायिक पर्यटन को आगे बढ़ाने के लिए हैं। गुजरात में औद्योगिक निवेश आकर्षित करने के लिए चल रहे वाइब्रेंट गुजरात के मौके पर कंपनियों ने ये प्रस्ताव राज्य सरकार के समक्ष रखे। प्रस्ताव देने वाली कंपनियों में 135 कंपनियां 100 करोड़ या इससे अधिक का निवेश करेंगी। समुद्री तटों को पसंदीदा पर्यटक स्थल बनाने के लिए 9,000 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा। राज्य के पर्यटन सचिव विपुल मित्रा ने बताया कि महिंद्रा एंड महिंद्रा समूह राज्य में विभिन्न पर्यटन गतिविधियों में बडे़ पैमाने पर निवेश करेगा। समूह का क्लब महिंद्रा हॉली-डे रिसॉर्ट में 210 करोड़ रुपये खर्च करेगा। पर्यावरण अनुकूल पर्यटन में हिल टूरिज्म और पक्षी विहार जैसे पर्यटनों को बढ़ाया जाएगा। मित्रा ने कहा कि राज्य की एक तिहाई सीमा समुद्री तट है। इस लिहाज से यहां समुद्र तट क्षेत्र में पर्यटन विकास की काफी संभावनाएं हैं। उन्होंने बताया कि सूरत स्वाली तटीय क्षेत्र में अटलांटा समूह 5,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगा। अंकलेश्वर, द्वारका में हवाईअड्डे विकसित किए जाएंगे। इसमें कोंकास्ट इस्पात समूह 10,500 करोड़ रुपये का निवेश करेगा। राज्य में चार और पांच सितारा होटल की 30 परियोजनाओं के प्रस्ताव हैं। शेरटन समूह का 232 करोड़ रुपये की लागत से सूरत में पांच सितारा होटल खोलने का प्रस्ताव है। सलोरिया आर्किटेक्ट अहमदाबाद में लंदन-आई जैसा पर्यटक स्थल विकसित करेगी। इसमें 3,000 करोड़ रुपये का निवेश होगा। आईटीसी वेलकम समूह अहमदाबाद में 375 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। राज्य में समुद्री तटों को पर्यटक स्थल बनाने की कुल 80 परियोजनाएं हैं।

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