Thursday, January 20, 2011

खतरे में पड़ी आम आदमी की सब्जी


प्याज, लहसुन के बाद टमाटर और खाद्य तेल के दामों में तगड़ी तेजी आई है। मसाले तो पहले से ही महंगे हैं। हरी सब्जियां भी भाव खा रही हैं। ऐसे में आम आदमी की सब्जी खतरे में पड़ गई है। एक आलू ही है, जिसके दामों को महंगाई की नजर नहीं लगी है। अभी लोग 50 से 60 रुपये प्रति किलो में बिक रहे प्याज के दामों के उतरने का इंतजार ही कर रहे हैं कि टमाटर भी इसके टक्कर में पहुंच गया है। खुदरा बाजार में इसके मूल्य 60 से 70 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गए हैं। कारोबारी इस तेजी के लिए प्रमुख उत्पादक राज्यों में कड़ाके की ठंड से टमाटर की फसल तैयार न हो पाने और पाकिस्तान को किए जा रहे इसके निर्यात को जिम्मेदार बता रहे हैं। वहीं, प्याज के साथ लहसुन के दाम लगातार ऊंचे बने हुए हैं। इसे किलो आध किलो में लेना भारी हो गया है। सो, खुदरा बाजार में इसके दाम ग्राम में चल निकले हैं। यह 30 से 40 रुपये प्रति 100 ग्राम के हिसाब से बिक रहा है। प्याज की कीमतें भले ही आसमान पर चढ़ी हुई हों, लेकिन सरकारी एजेंसियां अपना ही राग आलाप रही हैं। खुदरा बाजार में इसकी कीमतें जस की तस हैं और प्रमुख सहकारी संस्था एनसीसीएफ ने इसके आयात पर दस और दिन के लिए प्रतिबंध लगाने की मांग की है। इसके पीछे उसका तर्क भी गजब है। एजेंसी का कहना है कि पाकिस्तान और चीन के प्याज की आवक से दामों में भारी गिरावट आ सकती है। इससे किसानों के बीच हड़कंप मच सकता है। प्याज, लहसुन और टमाटर के अलावा खाद्य तेलों में बीते एक साल में हुई 62 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी ने भी दिक्कतें बढ़ा दी हैं। वैसे तमाम वजहों के बावजूद खुदरा बाजार में टमाटर के आसमान छूते दाम समझ के बिल्कुल परे हैं। एशिया की सबसे बड़ी फल एवं सब्जी मंडी आजादपुर में टमाटर का थोक मूल्य सोमवार को 15 से 30 रुपये प्रति किलो था। लेकिन पिछले एक सप्ताह से खुदरा बाजार में टमाटर इसके दोगुने भाव में बिक रहा है। राजधानी दिल्ली के अलावा दूसरे मेट्रो शहरों में भी कमोबेश स्थिति यही है। मुंबई में यह 50 रुपये में बिक रहा है। खाद्य तेलों के भड़कने का पता उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के आंकड़ों से चलता है। इसके मुताबिक सूरजमुखी, मूंगफली सरसों और सोयाबीन के तेल और वनस्पति की औसत कीमत 14 जनवरी तक एक साल पहले की तुलना में 62 प्रतिशत तक बढ़ चुकी है। इसी अवधि में सोया तेल की कीमत 43 प्रतिशत बढ़कर 83 रुपये प्रति किलो, जबकि मूंगफली के तेल का दाम 19 प्रतिशत बढ़कर 134 रुपये प्रति किलो हो गया है। विशेषज्ञों के मुताबिक अंतरराष्ट्रीय बाजार में ऊंची कीमतों के बीच खाद्य तेलों के दाम नीचे आने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं।

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